चित्र आधारित हाइकु सृजन प्रतियोगिता
हाइकु से हाइबुन प्रवाह
(माह - अक्तूबर, क्र. 18)
1.
प्यासी चिड़ियां
एक थाली ज्ञान की
तृष्णा ना मिटे ।
~ बन्दना गुप्ता
2.
साथी है संग
जल से ही जीवन
हरित क्रांति ।
~ राजश्री राठी
3.
माली ने रखा
पंछी के वास्ते पानी
दया जीव को ।
~ देवयानी बनर्जी
4.
पानी का पात्र
दानों की चिंता पर
भारी है सोच ।
~ कविता कौशिक
5.
जन्नत मिली
मिल बैठ के पिएं
मद्य दो बूंद ।
~ प्रकाश काम्बले
6.
खोयी चहक
आँगन में सकोरा
टेर लगाता ।
~ विद्या चौहान
7.
बोले चिड़िया
लोग रखते पानी
सोच सुहानी ।
~ अमिता शाह "अमी"
8.
इत्ता सा पानी
क्या नहाएं क्या पियें
चोंच तो डूबे ।
~ मीरा जोगलेकर
9.
चिडा युगल
जलपात्र में जल
नैना सजल ।
~ गंगा प्रसाद पांडेय "भावुक"
10.
हम पखेरू
बूंद बूंद सहेजे
सलिल सुधा ।
~ शीला तापड़िया
11.
हम दोनों यूँ
देखें छाया अपनी
संग संग में ।
~ संतोष बुद्धराजा
12.
स्थिर है नीर
पकी मिट्टी का पात्र
पंछी की छाया ।
~ रूबी दास
13.
जीवों में प्रीति
जल तत्व समान
महत्त्वपूर्ण ।
~ अंजुलिका चावला
14.
मनु महान
रखे हमारा ध्यान
मिटे तिसान ।
~ सुषमा अग्रवाल
15.
मृत्तिका पात्र
तृप्त चिड़िया मन
शीतल जल ।
~ रेशम मदान
16.
हरित क्रांति
सजल धरा मनु
प्रेम गोचर ।
~ शर्मिला चौहान
17.
हमसफर
जीना हुआ दुश्वार
नीर न पास !
~ ज्ञान भंडारी
18.
ढूंढते छत
फैली है महामारी
नहीं ठिकाना ।
~ निर्मला पांडेय
19.
मिल के बैठी
सहेली बतियाई
तृषा छीपाई ।
~ कल्पना कामदार
20.
प्यासे परिंदे
जल तश्तरी देख
खुश हो जाते ।
~ पूनम मिश्रा "पूर्णिमा"
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