हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शनिवार, 23 अक्टूबर 2021

चित्र आधारित हाइकु सृजन प्रतियोगिता

चित्र आधारित हाइकु सृजन प्रतियोगिता

हाइकु से हाइबुन प्रवाह

(माह - अक्तूबर, क्र. 18)


प्रविष्टि के 20 हाइकु


1.

प्यासी चिड़ियां 

एक थाली ज्ञान की 

तृष्णा ना मिटे ।


~ बन्दना गुप्ता 


2.

साथी है संग 

जल से ही जीवन

हरित क्रांति ।


~ राजश्री राठी 


3.

माली ने रखा

पंछी के वास्ते पानी

दया जीव को ।


~ देवयानी बनर्जी 


4.

पानी का पात्र

दानों की चिंता पर

भारी है सोच ।


~ कविता कौशिक 


5.

जन्नत मिली

मिल बैठ के पिएं

मद्य दो बूंद ।


~ प्रकाश काम्बले


6.

खोयी चहक

आँगन में सकोरा

टेर लगाता ।


~ विद्या चौहान 


7.

बोले चिड़िया

लोग रखते पानी

सोच सुहानी ।


~ अमिता शाह "अमी"


8.

इत्ता सा पानी

क्या नहाएं क्या पियें

चोंच तो डूबे ।


~ मीरा जोगलेकर 


9.

चिडा युगल

जलपात्र में जल

नैना सजल ।


~ गंगा प्रसाद पांडेय "भावुक"


10.

हम पखेरू

बूंद बूंद सहेजे

सलिल सुधा ।


~ शीला तापड़िया 


11.

हम दोनों यूँ

देखें छाया अपनी

संग संग में ।


~ संतोष बुद्धराजा


12.

स्थिर है नीर 

पकी मिट्टी का पात्र

पंछी की छाया ।


~ रूबी दास 


13.

जीवों में प्रीति

जल तत्व समान

महत्त्वपूर्ण ।


~ अंजुलिका चावला 


14.

मनु महान

रखे हमारा ध्यान

मिटे तिसान ।


~ सुषमा अग्रवाल 


15.

मृत्तिका पात्र

तृप्त चिड़िया मन 

शीतल जल ।


~ रेशम मदान 


16.

हरित क्रांति

सजल धरा मनु

प्रेम गोचर ।


~ शर्मिला चौहान 


17.

हमसफर

जीना हुआ दुश्वार

नीर न पास !


~ ज्ञान भंडारी 


18.

ढूंढते छत

फैली है महामारी 

नहीं ठिकाना ।


~ निर्मला पांडेय 


19.

मिल के बैठी

सहेली बतियाई

तृषा छीपाई ।


~ कल्पना कामदार 


20.

प्यासे परिंदे

जल तश्तरी देख

खुश हो जाते ।


~ पूनम मिश्रा "पूर्णिमा"

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