हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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सोमवार, 9 सितंबर 2019

~ हाइकु कवयित्री रंजना सिन्हा "सैराहा" जी के हाइकु ~


हाइकु कवयित्री 

रंजना सिन्हा "सैराहा"


हाइकु 

1.
पाषाण फोड़
मंजिल बनी धुन
सरिता चली ।

2.
हरसिंगार
पग उषा किरण
पुष्प अर्चन ।

3.
सूर्य किरण
अलोकिक बंधन
उषा के संग ।

4.
पल्लव प्रेम
कलियां कुसुम की
गुदगुदाएं ।

5.
सुबह संझा
धूप छांव की रेकी
धरा ने देखी ।

6.
मृत्तिका शिल्प
कुम्भकार का आंवां
आकृति रची ।

7.
पर्यावरण
खिलाफत पवन
धरा दोहन ।

8.
सुबह संझा
धूप छांव की रेकी
धरा ने देखी ।

9.
बयार गाये
पल्लव सरगम
बहार राग ।

10.
मन की माटी
महके देशांतर
भाव अंकुर ।
~ • ~

□  रंजना सिन्हा "सैराहा" 
बांदा (उ.प्र.)

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