हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

बुधवार, 4 दिसंबर 2019

~ हाइकु कवयित्री पूर्णिमा साह जी के हाइकु ~

हाइकु कवयित्री 
पूर्णिमा साह

हाइकु 
--0--

1.
व्यक्तित्व ओज
विचारों में झलका
गुण महका ।
--0--

2.
घर,आँगन
संस्कारों की झलक
द्वार चमका ।
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3.
नैन झलका
मन की निर्मलता
आभा चेहरा ।
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4.
रजनी संग
चाँदनी की चमक
मनमोहक ।
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5.
सुंदर मन
असली है सौंदर्य
मुखड़ा कांति ।
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6.
पूर्णिमा रात
चाँदनी की चमक
नयन दंग ।
--0--

7.
स्वर्णिम आभा
भास्कर ने बिखेरा
नहाई धरा ।
--00--

□ पूर्णिमा साह

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