हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

गुरुवार, 11 जून 2020

~•~ हाइकुकार वीरेन्द्र जैन जी के हाइकु ~•~

हाइकुकार

वीरेन्द्र जैन 

हाइकु 

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अंतिम श्वास 
गंगाजल से भरी
दवा की शीशी ।
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ब्रेल लिपि में
लिखा घाटी पे बोर्ड 
अंधा घुमाव ।
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सूखे पत्ते पे
लिखा अधूरा ख़त 
बंद संदूक ।
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हिना का रंग
रच गया हाथों में 
ख़त पिया का ।
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खिड़की पर
तोते की आंख लगी 
मिर्ची का पौधा ।
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इंडिया मुक्त
भारत हो अपना
सोन चिरैया ।
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गूंजती ध्वनि
मंदिर के प्रांगण
बाजे मृदंग ।
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गिरा दरख़्त
सूना पड़ा आंगन
अंतिम यात्रा ।
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□ वीरेन्द्र जैन 

लक्ष्मीनगर, नागपुर (महाराष्ट्र)

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