हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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गुरुवार, 13 मई 2021

हाइकुकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" जी के हाइकु

हाइकुकार 


राजीव नामदेव "राना लिधौरी"


हाइकु 

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बिकने लगी

जल, जमीन, हवा

जीवन दवा ।

***

नष्ट जंगल

नदियाँ प्रदूषित

कैसे मंगल ।

***

जल के स्रोत

जंगल व बादल

जीवन ज्योत ।

***

टेढ़ी नज़र

प्रकृति की होती है

रोते हैं सब ।

***

प्रकृति करे

बसंत बहार में

खूब श्रृंगार ।

***

करे किसानी

भारतीय किसान

वर्षा सहारे ।

***

चाँद झाँकता

आने की है उम्मीद

राह ताकता ।

***

नदी सा बहो

मत बनो सागर

खारा है पानी ।

***

स्वाति की बूँद

लक्ष्य पर पहुँच

मोती बनती ।

***

कूकी कोयल

पीला सोना खेत में

भौंरा बटोरे ।

***

मन का दीप

जब भी वह दिखे

जल ही उठे ।

***

हवा के संग

पीपल के पत्ते भी

नाच उठते ।

*****


□ राजीव नामदेव "राना लिधौरी"

नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,

टीकमगढ़ (म.प्र.) पिन-472001

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