हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

सोमवार, 17 मई 2021

~ हाइकु कवयित्री अंशु विनोद गुप्ता जी के हाइकु ~

हाइकु कवयित्री 

अंशु विनोद गुप्ता 


हाइकु


1

उड़ी विहान

तितली बन याद

विकल प्राण ।


2

इंसाँ खोदता

कुआँ ,खाई खंदक

पर हितार्थ ।


3

कोकिला गान

मधुर रस घोले

मनुज प्राण ।


4

टेसू पलाश

होरी रँग बिरंगी

गगन हास ।

  

5

श्वेत पाषाण

प्रणय सुप्रतीक

ताजमहल ।


6

धूल धूसरित

बरसात ने धोयी

धरती चूड़ी ।


7

सेमल लाल

बाहों की जयमाल

नव वल्लरी ।

  

8

लवण हीन

जीवन या भोजन

स्वाद विहीन ।


9.

प्रभात लाली

ऊर्जावान प्रेरणा

चैतन्य जग ।


10.

प्रखर ताप

आलस्य मन छाया

दिन बौराया ।

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□  अंशु विनोद गुप्ता

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