हाइकुकार
अब्दुल समद "राही"
हाइकु
चांद सी राखी
बंधी जब कलाई
चमका घर ।
राखी का धागा
बंधा जब कलाई
उमड़ा प्यार ।
रक्षाबंधन
स्नेह बांधता धागा
अटूट रिश्ता ।
प्यार का धागा
सजा भाई का हाथ
हर्षाए मन ।
रक्षाबंधन
भाई बहन प्यार
गहरा रिश्ता ।
प्यार की राखी
सजेगी कलाइयाँ
रक्षाबंधन ।
बांध के धागा
लम्बी उम्र कामना
करें बहना ।
रक्षाबंधन
मिलता उपहार
धागे के संग ।
~ • ~
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें