हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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बुधवार, 14 अगस्त 2019

हाइकुकार डॉ. विष्णु शास्त्री "सरल" जी के हाइकु

हाइकुकार

डॉ. विष्णु शास्त्री "सरल"

हाइकु 


निर्मलतम
धरा और आकाश 
कार्तिक मास ।

संक्रांति काल 
ऋतु-मौसम नया 
बदली चाल ।

अति पावन 
हँसमुख सुबह
मनभावन ।

सुखद स्पर्श 
पुलकित करता
ताप हरता ।

दिव्य दर्शन 
देता हिमनिधान
चिर महान ।

मंगल गीत
गाते हैं दिग दिगंत
बढ़ती प्रीत ।

शीतल वायु
फेरी देने लगी है
धूप अल्पायु ।

टिमटिमाते 
सांध्यवेला में तारे
दिखते न्यारे ।

त्यौहार आया
झिलमिलाते दीप 
खुशियाँ लाया ।
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□ डॉ. विष्णु शास्त्री "सरल"

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