हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शनिवार, 3 अगस्त 2019

हाइकु : प्रदीप कुमार दाश "दीपक"


हाइकुकार

प्रदीप कुमार दाश "दीपक"

हाइकु

नवल ऊषा
खिल उठी कलियाँ
मोद नियंता ।

ठूँठ निराश
बारिश ने जगाई
कोंपल आस ।

जलती बत्ती
मोम पिघल देता
सहानुभूति ।

छाँव में ग़ुमा
धूप के सफ़र में
खुद को पाया ।

वृक्ष है चुप
हवा,पानी व धूप
सँवारें रूप ।

छांव व धूप
जीवन के दो रूप 
सुख व दुःख ।

पीली पत्तियां
पकड़ हुई ढीली
छूटी डालियां ।

ठिठके पाँव
ठहर गई धूप
छाँव के गाँव ।

रब पालक
हम सब इसके 
नन्हे-बालक ।

मन में भेद
कैसे करोगे रफू
दिल के छेद ?

पत्ते झरते
डाली छोड़ दी साथ
किसे कोसते ।

सुख सहज
दुःख के सफर का
चुकाता कर्ज ।

भीड़ दिखावा
साथ यहाँ छलावा
चल अकेला ।

मिट्टी के घर
बेहद मजबूत
रिश्ते पकड़ ।


□ प्रदीप कुमार दाश "दीपक"साँकरा

जिला - रायगढ़ (छत्तीसगढ़) 

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