हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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बुधवार, 7 अगस्त 2019

हाइकु कवयित्री डॉ. ममता सिंह जी के हाइकु


हाइकु कवयित्री 

डॉ. ममता सिंह 

हाइकु 

1.
पिया का साथ 
जीवन में उल्लास 
हाथों में हाथ ।

2.
बाकी है आस 
महकेगी बगिया 
न हो उदास ।

3.
काटे शजर 
बेहाल हुए सब 
पक्षी बेघर ।

4.
कभी न सोई 
माँ तेरी लोरी बिना 
कितना रोई ।

5.
नश्वर तन 
काट बन्धन सारे 
रमा ले मन ।

6.
मन का चोर 
देख घटा सखी री 
मचाए शोर ।

7.
भीगा है तन 
बिन पिया वर्षा में 
प्यासा है मन ।

8.
बदरा छाए 
कोयल की कूक से 
मन हर्षाए ।

9.
पड़े फुहार 
गाओ सखी मिल के 
मेघ मल्हार ।

10.
वारिश आई 
हो गयी सड़कों की 
मुफ्त धुलाई ।

□ डाॅ. ममता सिंह
मुरादाबाद

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