हाइकु कवयित्री
डॉ. ममता सिंह
हाइकु
1.
पिया का साथ
जीवन में उल्लास
हाथों में हाथ ।
2.
बाकी है आस
महकेगी बगिया
न हो उदास ।
3.
काटे शजर
बेहाल हुए सब
पक्षी बेघर ।
4.
कभी न सोई
माँ तेरी लोरी बिना
कितना रोई ।
5.
नश्वर तन
काट बन्धन सारे
रमा ले मन ।
6.
मन का चोर
देख घटा सखी री
मचाए शोर ।
7.
भीगा है तन
बिन पिया वर्षा में
प्यासा है मन ।
8.
बदरा छाए
कोयल की कूक से
मन हर्षाए ।
9.
पड़े फुहार
गाओ सखी मिल के
मेघ मल्हार ।
10.
वारिश आई
हो गयी सड़कों की
मुफ्त धुलाई ।
6.
मन का चोर
देख घटा सखी री
मचाए शोर ।
7.
भीगा है तन
बिन पिया वर्षा में
प्यासा है मन ।
8.
बदरा छाए
कोयल की कूक से
मन हर्षाए ।
9.
पड़े फुहार
गाओ सखी मिल के
मेघ मल्हार ।
10.
वारिश आई
हो गयी सड़कों की
मुफ्त धुलाई ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें