हाइकुकार
नरेन्द्र मिश्रा
हाइकु
01.
महीनों बाद
किया दिल से याद
बारिश आयी ।
02.
प्यासी धरती
इंतज़ार करती
आयेंगी बूंदें ।
03.
पूर्ण प्रतीक्षा
पहुंचा मानसून
हर्षित धरा ।
04.
भीगी सी शाम
भीगे से हम-तुम
यादें पुरानी ।
05.
नीली ओढ़नी
छन कर आ रही
बारीक बूंदें ।
06.
करें संचय
आधार जीवन का
पानी की बूंदें ।
07.
स्वागत वृष्टि
नव सृजन करे ।
आतुर सृष्टि ।
08.
चमके मोती
पत्तों पर ठहरी
ओस की बूँदें ।
09.
जल का स्पर्श
आनंदित धरती
महकी मिट्टी ।
10.
तेज हवाएं
उमड़ती घटायें
सावन आये ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें