हाइकु कवयित्री
मंजूलता गुप्ता
हाइकु
फागुन के रंग
सखियन के संग
करेगें दंग ।
गिले शिकवे
रंग संग बिखरे
गले से लगे ।
बंसतोत्सव
प्रेम का परिधान
करो धारण ।
शिवशंकर
सावन का महीना
करें पूजन ।
जटा में गंगा
गले में सर्प माला
भोले शंकर ।
बेल के पत्ते
लिख शिव का नाम
चलो चढ़ायें ।
गौरी शंकर
घर घर पधारे
पावन माह ।
कैलाश गिरि
माता पार्वती संग
विराजें शिव।
रक्षाबंधन
भाई और बहन
पर्व पावन ।
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