हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शनिवार, 9 नवंबर 2019

~ हाइकुकार निगम राज़ जी के हाइकु ~

हाइकुकार 

निगम राज़ 


हाइकु 


पुरानी बस्ती
आज तक जो मेरी
बताती हस्ती ।
-^-

कल जो बिखरे
थे पोटली के रिश्ते
मिले छितरे ।
-^-

जगाने वाली
कहानियाँ सुनातीं
दादी निराली ।
-^-

महकाती हैं
ख़ुशियाँ ही आँगन
चहकाती हैं ।
-^-

ये शैतानियाँ
बच्चों की भर लाईं 
किलकारियाँ ।
-^-

अंगड़ाइयाँ
छेड़ कर बजाती
शहनाइयाँ ।
-^-

मुस्कुराते हैं
उम्र की ढलान पे
हम गाते हैं ।
••••

□  निगम राज़

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