हाइकुकार
बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
हाइकु
--0--
१.
माघ पूर्णिमा
वेणेश्वर मेले में
अस्थि थैलियाँ ।
२.
बेटी दिवस
झाड़ियों में शिशु के
मुख अंगूठा ।
३.
माँ की ममता
नीम पे मर्कटी की
गोद में पिल्ला ।
४.
पद्मला ताल
बाघिन के मुख में
झूला मकर ।
५.
जोगी महल
जड़ी बूटियों संग
बाघ का नख ।
६.
चूरमा बाटी~
कण्डे की आग पर
आटे की पिण्डी
७.
चाँदनी रात~
पीठ पे बकरी को
लदे जरख ।
८.
चैत्र मध्यान्ह~
नीम डाल पे तोते
चोंच लड़ाए
९.
देवशयनी~
विवाह मंडप में
थाली में भेक ।
१०.
अक्षय तीज~
विवाह मंडप में
हथकड़ियाँ ।
६.
चूरमा बाटी~
कण्डे की आग पर
आटे की पिण्डी
७.
चाँदनी रात~
पीठ पे बकरी को
लदे जरख ।
८.
चैत्र मध्यान्ह~
नीम डाल पे तोते
चोंच लड़ाए
९.
देवशयनी~
विवाह मंडप में
थाली में भेक ।
१०.
अक्षय तीज~
विवाह मंडप में
हथकड़ियाँ ।
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□ बाबू लाल शर्मा "बौहरा"
सिकंदरा दौसा राजस्थान
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