हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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बुधवार, 4 मार्च 2020

~ हाइकुकार ऋतुराज दवे जी के हाइकु ~

हाइकुकार 
ऋतुराज दवे 

हाइकु
--0--

(1)
टूटे भरम 
वक़्त की ठोकर से 
झुके अहम ।

(2)
हार न मान 
ठोकरों ने दिलाया  
जीवन ज्ञान ।

(3)
ठोकरें गुरु 
संभलना सिखाती 
दृढ़ बनाती ।

(4)
परीक्षा पथ
कोई टूटा या उठा 
ठोकरें खा के ।

(5)
डरी अवनि 
बादलों की ठोकर 
गिरी बिजली ।
--0--

□  ऋतुराज दवे

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