हाइकुकार
आनन्द प्रकाश शाक्य
हाइकु
--0--
कहे गुड़िया
चाँद में काते सूत
कौन बुढ़िया ।
काँपता चाँद
छुपे किसकी ओट
बर्फीला कोट ।
---00--
□ डॉ.आनन्द शाक्य
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें