हाइकु कवयित्री
पूनम मिश्रा "पूर्णिमा"
हाइकु
--0--
शिवनगरी
कांवड़िया चलते
श्रावण मास ।
गंगा का जल
पावन भक्ति रस
शिवाभिषेक ।
औघड़ दानी
आशुतोष शिवजी
जागृत होते ।
पुराण- शास्त्र
शिवपूजन प्रिय
बिल्वपत्रम ।
शिव को चढ़े
पावन बेल पत्र
माता पार्वती ।
चौदह सुर
सृजन औ विध्वंस
अ-उ-म ओम ।
शिव पिनाक
शंकर करे नृत्य
हे नटराज ।
डमरु ध्वनि
धुन -ताल का जन्म
ऊँ ब्रम्हदेव ।
समृद्धि देता
शुभकर्म प्रतीक
शिवा त्रिशूल ।
बुराई दूर
आध्यात्मिक अमीर
करे त्रिशूल ।
सूक्ष्म शरीर
ऊर्जा हो संतुलित
योगासन से ।
पंकजहार
करुणाकर लिंगम्
देवाधिदेव ।
सर्वसुगंधि
ओम पूजित लिंग
शिवलोकम ।
कपूरलिंग
भक्ति-मुक्ति का मार्ग
नम: शिवाय ।
---00---
पूनम मिश्रा 'पूर्णिमा'
☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें