हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

बुधवार, 7 अगस्त 2019

हाइकु कवयित्री क्रांति जी के हाइकु

हाइकु कवयित्री 

क्रांति

हाइकु 


1.
अंधेरी रात
स्वच्छ आकाश में
सितारे खास ।

2.
बांट रहा है
हर घर खुशियां
सूर्य प्रकाश ।

3.
बनो सूरज
बिखेर दो खुशियां
सारे जग में ।

4.
नारी की व्यथा
कोई नहीं जानता
दिल के पीर ।

5.
काली है रात
मिट जाएगा तम
उषा के बाद ।

6.
उड़ता पंछी
बुलंद हौसलों से
मापता नभ ।

□  क्रान्ति
सीतापुर, सरगुजा
(छत्तीसगढ़)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH