हाइकु कवयित्री
पूर्णिमा साह
हाइकु
01.
चाँद के संग
सितारों का संवाद
निशा आबाद ।
02.
प्रेम के भाव
परस्पर संवाद
मिटा विवाद ।
03.
युग बदला
संस्कार हैं उधार
शांति अभाव ।
04.
स्वार्थ की दौड़
आहत संवेदना
शून्य भावना ।
05.
प्रेम कहानी
मदमस्त जवानी
आँखों में पानी ।
06.
माया नगरी
भटकती जवानी
करे नादानी ।
07.
प्रीत के रंग
पत्थर करे जंग
मेहंदी संग ।
08.
प्रेम की भाषा
समझते जज्बात
आँखों के द्वार ।
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