हाइकु कवयित्री
स्नेहलता "स्नेह"
हाइकु
1.
कांवर सजे
महाकाल दर्शन
शंख बजते ।
2.
जलतरंग
सारस हंस मयूर
नाचते गाते ।
3.
धवल पुष्प
कुंतल में सजाती
विधवा नारी ।
4.
नाली का कीड़ा
बर्षा में तैरकर
सिंधु समाया ।
5.
नवनिहाल
लोहे को धूँककर
पेट पालते ।
6.
अंधेरी रात
जुगनुओं से बातें
करती बेटी ।
7.
इंद्रधनुष
रंगों को गिनते हैं
नवनिहाल ।
8.
पूर्ण चाँद में
खरगोश दिखाती
नन्हीं बालिका ।
9.
मासूम बच्चे
नदी तलहटी से
निकाले सिक्के ।
10.
सोना छानते
बचपन बीतता
नदियाँ लुप्त ।
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