माँ
हाइकु
माँ का आँचल
छँट जाते दुःख के
घने बादल ।
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मातु चरण
चारों धाम का पुण्य
तेरी शरण ।
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ममत्व गंध
ममता का आँचल
जीवन धन्य ।
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माँ केवल माँ
'उप' उपसर्ग से
खोती महिमा ।
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लिखा माँ नाम
कलम बोल उठी
है चारों धाम ।
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