हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

रविवार, 27 मई 2018

ताँका की महक (साझा ताँका संग्रह)

                          ताँका की महक (साझा ताँका संग्रह) 

                                 प्रकाशक : अयन प्रकाशन

                प्रकाशन वर्ष - 2018                पुस्तक मूल्य - 500/--

                           संपादक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक"


आपके प्रतिभाव : -------

     सादर शुभ संध्या सर..
          आज "ताँका की महक " मिली.. आपके परिश्रम के हर शब्द शब्द में हस्ताक्षर दिखे.. बेहद खूबसूरत मुखपृष्ठ एवम अत्यंत उच्च गुणवत्तायुक्त  printing व  paper.. कुछ पन्ने  पढ़े अभी पूरी पढ़ना बाकी है..मेरे अति  सद् भाग्य कि इतने अत्यंत सुंदर संकलन में मेरे सृजन को स्थान मिला.. अंतर्मन से खूब बधाइयां एवम अनेक धन्यवाद.. नमन.....

                     - अल्पा जीतेश तन्ना

"तांका की महक" प्रदीप जी के इस ऐतिहासिक  श्रमसाध्य कार्य को हार्दिक नमन । शुभकामनाएं ! यह पुस्तक मील का पत्थर बने !!
                     - राकेश गुप्ता

मनमोहक
साझा ये संकलन
हुआ प्रदीप्त
पसरने लगी है
हाँ, ताँका की महक

हार्दिक बधाई आदरणीय प्रदीप भाई...

               - सुधा राठौर

ताँका महक
बने मील पत्थर
शुभकामना ।

        - राकेश गुप्ता

तांका संग्रह
प्रदीप परिश्रम
लाया रंग है
बधाई पात्र आप
लाये  साथ खुशियां ।

            - निर्मला पांडेय

        आदरणीय प्रदीप जी तांका की महक आपके अथक प्रयास का प्रतिफल है।आपको बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं।हमे इसमें शामिल किया ये हमारे लिए  गौरव की बात है।सादर आभार । आपको नमन.....

                       - पूर्णिमा सरोज

         बहुत बहुत बधाई आदरणीय प्रदीप कुमार दाश दीपकजी एवं अनेक शुभकामनाएं आप उत्तरोत्तर प्रगति करते जाएं यही कामना।
                              - प्रकाश कांबले

       आदरणीय श्री. प्रदीप कुमार दाश "दीपक" सर जी,
          आज "तांका की महक" का अति सुंदर साझा संकलन देखकर बहुत प्रसन्नता हुई।
आपको एवं सभी गुणी रचनाकारों को तहे दिल से बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएँ!

                      - रामेश्वर बंग

         दाश सर ..पुस्तकें सधन्यवाद प्राप्त हुई। आभारी हूँ ।
         सुंदर संपादन हेतु अनेकानेक बधाई । प्रबुद्ध लेखकों के बीच स्वयं को पाकर प्रसन्न हूँ ।
                            - निर्मला सुरेन्द्रन

            प्रदीपजी अनेकानेक धन्यवाद पुस्तक का प्रिंट कागज़ कलेवर कवर सभी बेहद खूबसूरत है असली में तो आप ही बधाई के पात्र है  जिन्होंने इसका संयोजन के इतना प्रयास किया ।

                    - निर्मला पाण्डेय

        आदरणीय प्रदीप जी, नमन.... "तांका की महक"...दो प्रतियाँ प्राप्त हुई...पुस्तक बहुत सुंदर बनी है...आपका कार्य सदा ही सराहनीय रहा है।हम सबका साथ इसी तरह बना रहे और लेखन कार्य में सदैव उन्नति करते रहें...धन्यवाद ।

                         - मधु सिंघी

आदरणीय श्री. प्रदीप कुमार दाश दीपक सर जी, आज "तांका की महक" का अति सुंदर साझा संकलन देखकर बहुत प्रसन्नता हुई।
आपको एवं सभी गुणी रचनाकारो को तहे दिल से बहुत बहुत हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामनाएँ !

काव्य सुमन
साझा तांका संग्रह
महके गंध
संपादक  प्रदीप
महकाये वाटिका ।

        - रामेश्वर बंग

आदरणीय प्रदीप जी ,"तांका की महक" प्राप्त । बहुत बहुत आभार। आपकी कठोर मेहनत परिलक्षित है ।

          - डाॅ. अखिलेश शर्मा

प्रदीप जी प्रतीक्षा की घड़ियाँ समाप्त हुई
तांका की महक सुंदर कलेवर में  प्राप्त हुई
आपको ,आपके परिश्रम को धन्यवाद ।

                    - मीनाक्षी भटनागर

        आ. प्रदीप कुमार  सर जी, "ताँका की महक" आज ही दो प्रति प्राप्त हुई  बहुत बहुत दिल से आभार ! मूझे  बहुत  खुशी हुई है। मेरा मराठी में लिखना स्वाभाविक  है। परन्तु  हिन्दी में  ताँका लिखने का जो भी मैंने प्रयास किया है, इसका सम्पूर्ण श्रेय दीपक सर जी आपको ही जाता  है। आप हम सभी के प्रेरणा स्त्रोत है । धन्यवाद !! आपको नमन...

                 - डाॅ. तारा चौधरी

[9/5, 4:43 PM] राजीव नामदेव "राना लिधौरी": प्रदीप हमें तांका की महक की प्रतियां आज मिल गयी
धन्यवाद
संग्रह बहुत बढिया छपा है
आपका संपादन बधाई के काबिल है।
आपने बहुत मेहनत की है।

              - राजीव नामदेव

आदरणीय, प्रदीप कुमार दाश "दीपक" जी
      सादर अभिवादन.....
आप द्वारा प्रेषित 'ताँका की महक'  पुस्तक कल प्राप्त हुई, आकर्षक कलेवर ,सुन्दर छपाई, पुस्तक का आकार व  आपका कुशल सम्पादन मन मोह गया । प्रकाशन की हार्दिक बधाई।

                    - डाॅ. आनन्द प्रकाश शाक्य

       आदरणीय प्रदीप कुमार दाश जी आज सुंदर कलेवर में "ताँका की महक " की दो प्रतियां प्राप्त हो गईं। हार्दिक धन्यवाद।
आपके अथक परिश्रम को साधुवाद है।
          आशा करती हूं कि शीघ्र ही "हाइकु मञ्जूषा" भी प्रकाशित होगी । अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं......

                              - शशि त्यागी

लेखन में नित नवीन प्रयोग कर आश्चर्यचकित कर देने वाले आपके अदम्य साहस से मैं अभीभूत हूँ।ईश्वर सदैव आपका सहयोग करे।

नव प्रयास
रचा है इतिहास
आ गया  रास
ये "ताँका की महक"
प्रदीपजी जनक ।

        आदरणीय प्रदीपजी, नमन । "तांका की महक"...दो प्रतियाँ प्राप्त हुई...पुस्तक बहुत सुंदर बनी है...आपका कार्य सदैव सराहनीय रहा है...धन्यवाद ।

                         - मधु सिंघी

प्यारा सन्देश
प्रदीप प्रज्ज्वलन
महके तांका
विस्तार हो सर्वत्र
शुभकामना " दीप "

         -- मँजु शर्मा

बधाई मिले
तांका की महक
सुगंध लायी
सबके मन भाई
प्रदीप दीप जला।।

- गंगा प्रसाद पांडेय "भावुक"

शुभकामनाएं !
यह पुस्तक मील का पत्थर बने !!

           - राकेश गुप्ता

तांका की महक प्राप्त हुई है आदरणीय
बहुत बहुत धन्यवाद अनेक शुभकामनाओं के साथ बहुत बहुत बधाई । तांका की महक ने
सब को हर्षित किया आपको पुनः बहुत बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएं ।

                            - प्रकाश कांबले

भाई प्रदीप बहुत दिनों बाद साझा ताँका संकलन की पुस्तक हाथ में आई, मेहनत का फल देर से मिलता है। ईश्वर की इच्छा पर ही कर्म फल निर्भर करता है। केवल हम कर्म कर सकते हैं । बधाई और शुभकामनाएं । अगले कर्म की प्रतीक्षा में। ईश्वर कब देते हैं । तुम्हारा अग्रज.......

            - देवेन्द्रनारायण दास बसना।

नमन आदरणीय प्रदीप कुमार दास , दीपक जी , अत्यंत हर्ष का अवसर है , आपको भी बहुत बहुत बधाई हो । "तांका की महक" में आपकी मेहनत पुनः रंग लाई है ,एक बार फिर हृदयतल से बधाई ।

                   - गोपीकिशन शर्मा

"ताँका की महक"
         साझा संकलन-
  जापानी काव्य विधाओं के लिए आ प्रदीप कुमार दाश दीपक जी की लगन की जितनी भी तारीफ की जाए कम ही रहेगी ।
लाज़वाब संकलन, बेहतरीन सम्पादन, शानदार पेपर, सब कुछ बहुत बहुत खूबसूरत ....
                   
                   - चंचला इंचुलकर सोनी

Dear 'Deepak',
                 Received a copy of your Tanka Ki Mahak.Went through it eagerly and found it
      interesting.The high quality tankas are a pleasure to read.Please accept hearty congratulations.
            and best wishes for your next ventures.Thanks.
           With regards,
           sincerely,
           
          - S.K.Trivedi,Fatehpur,U.P.

खुद को जानना है तो...अपने ही गढ़े शब्दों को पढ़ो.......
          चिर प्रतीक्षित...तांका की महक...को छूकर....पढ़कर आज यह  अहसास..हुआ......
              दोस्तों जापानी काव्यविधा की तांका रचनाओं का अनुपम संकलन....है तांका की महक...छोटी छोटी...महज पाँच लाइन..31अक्षर  से गढ़ी..तांका रचनायें...मन मोह लेती हैं......दिल नहीं भरता पढ़ते ही जाओ.........खूबसूरत प्रयास...आदरणीय प्रदीप कुमार दाश "दीपक"जी के..संपादन में...एक और अनमोल...तोहफा....समस्त सह रचनाकारो को हार्दिक बधाई....
          दिल से आभार प्रदीप कुमार दाश दीपक जी......
                              - किरण मिश्रा

        प्रतीक्षा के पल अंततः समाप्त हुए, ख़ूबसूरत कलेवर में  "ताँका की महक" को देख कर अत्यंत प्रसन्नता हुई .. ।
         हार्दिक अभिनंदन और बहुत बहुत बधाई आदरणीय प्रदीप भाई ... आपका उत्कट प्रयास फलीभूत हुआ ।

हुई दस्तक
है ताँका की महक
मिली पुस्तक ।

     सुंदर कलेवर में,  आज ही प्राप्त हुई "ताँका की महक".... सम्पूर्ण मनोयोग से सम्पादित इस पुस्तक के लिये आदरणीय प्रदीप भाई का हार्दिक अभिनंदन और बहुत बहुत बधाई  !!!

सभी सहयोगी ताँका सृजनकर्ताओं को अनेकों बधाइयाँ ....

                               - सुधा राठौर
                              08/05/2018

         आदरणीय प्रदीप जी,
"ताँका की महक" साझा संकलन आपके अथक परिश्रम का प्रतिफल है । आपको इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं उत्तरोत्तर प्रगति की शुभकामनाएँ ।

                          - पुरुषोत्तम होता

        भाई प्रदीप कुमार दाश आपके परिश्रम से पल्लवित व पुष्पित "तांका की महक" साझा संकलन के प्रकाशन पर हार्दिक बधाई एवं अनंत शुभकामना ।
        आपके अतुलनीय सार्थक प्रयास के कारण ही यह सम्भव हो सका । मुझे इस बात की हार्दिक प्रसन्नता है कि मुझे भी इसमें सम्मिलित होने का गौरव प्राप्त हुआ । सभी रचनाकार साथियों को भी हार्दिक बधाई ।

                 - अशोक शर्मा "भारती"

"ताँका की महक" के सम्मानित सम्पादक प्रकाशक महोदय व सभी सहभागी रचनाकारों को तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद और आभार ।
      मेरी रचनाओं को स्थान देने के लिए तहे दिल से बहुत बहुत शुक्रिया ।

                      - शेख़ शहज़ाद उस्मानी

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