हाइकु कवयित्री
गीता पुरोहित
हाइकु
(१)
ये तो है नैया
डूबते को तिनका
होता सहारा ।
(२)
छोटी है नाव
हौंसले हैं बुलंद
पार करेंगे ।
(३)
सुकर्म करें
नैया लगेगी पार
दृढ़ विश्वास ।
(४)
सत की नाव
खेवटिया प्रभुजी
नैया हो पार ।
(५)
हिम्मते मर्दा
कोशिश करने से
नैया हो पार ।
(६)
सेना जवान
तूफान में ले नाव
जान बचाते ।
(७)
केवट नैया
राम-लखन-सीता
हुए सवार ।
(८)
पाँव पखारे
केवट राम जी के
नाव बिठावे ।
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