हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शनिवार, 13 जुलाई 2019

सेदोका

सेदोका


01.

कांक्रीट जाल
अंधाधुंध कटाई 
पेड़ बने लाचार
करें आभार
छायादार दरख्त 
प्रकृति उपहार ।

     --00--

02.

आद्य दिवस
आषाढ़ का प्रवेश
भाव हुए व्याकुल
दिखे जो मेघ
प्रेम का अतिरेक 
भेजे यक्ष संदेश ।

     --00--

03.

बीता आषाढ़
मेघ हुए निठुर  
सूखे पड़े हैं कुएँ 
दुःखी नदिया
जल की क्षीण धार
ओह.. हुई लाचार ।

     --00--

04.

सघन वन
बरसात मौसम 
पाट के सम्मोहन 
फँसे नयन
उल्टे पानी की धार
निसर्ग पे निहाल ।
     --00--

05.

आद्य आषाढ़ 
वर्षा का जन्मोत्सव 
छाये मेघ अपार
सुधा की बूंदें
वसुधा में करतीं 
शीतल का संचार ।

     --00--

06.

आया पावस
कलकल करती
फूट पड़ी धाराएँ 
गिरि शिखर 
तोड़ चली चट्टानें 
बह उठा निर्झर ।

     --00--

□ प्रदीप कुमार दाश "दीपक"

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