हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

मंगलवार, 6 अगस्त 2019

हाइकु कवयित्री : क्रांति जी के हाइकु

हाइकु कवयित्री 

क्रांति 

हाइकु 


बिजली गिरी
झंकृत कर गयी
दिल के तार ।

दस्तक देती
शीतल सी हवाएं
मन मोहती । 

पत्थर बन
तोड़ना नहीं कभी
शीशे का दिल ।

मेरे जज़्बात
बेकाबू से लगते
दिन व रात ।

शांत बगिया
चिड़ियों की चहक
खिलता मन ।

वर्षा की बूँदें 
भीगता रहा तन
झूमे रे मन ।

मेघ गर्जन  
रिमझिम बारिश 
शीतल मन ।

भूतल हरा
खिलखिलाता मन
मिटते तम ।

रोली चंदन
प्यार भरा त्यौहार 
रक्षाबंधन ।   


□  क्रान्ति

सीतापुर, जिला - सरगुजा 

( छत्तीसगढ़  )

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