हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

मंगलवार, 20 अक्तूबर 2020

~ हाइकुकार भैरव प्रसाद जी के हाइकु ~

 हाइकुकार 


भैरव प्रसाद 


हाइकु 


डूबता देश

बगुलों ने बदला

अपना वेश  !

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नन्हा सा द्वीप 

तैर रहा कछुआ

मन के बीच !

--0--


मन के बिल

शक का छछूंदर 

फंसा अंदर !

--0--


प्यासा पीपल

झाँकता कूप-जल

पपीहा वन !

--0--


प्रेम सुगंध

उड़ गयी तितली

इंद्रधनुष !

--0--


टूटी टहनी

कुछ टूटा भीतर

तुम क्या जानो ?

--0--


मुँह मरोड़

बैठी है पिछवाड़े

खिन्न खटिया !

--0--


गेहूँ गरीब

पक रहीं रोटियां

तपती धूप !

--0--

गेहूँ फकीर

फटी छाती लेटा है

मंडी की भीड़ !

--0--


जरा सी बात

लाल हो गई, री 

मूरख मिर्ची !

--00--


□ भैरव प्रसाद

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