हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

गुरुवार, 13 मई 2021

~•~ हाइकु कवयित्री इन्दु साहू जी के हाइकु ~•~

हाइकु कवयित्री

इन्दु साहू


हाइकु

--0--

1.

किधर जाएँ

सुनसान है राहें

अंधेरी रात ।

2.

पकड़ो हाथ

माता और पिता का

रहेंगें साथ ।

3.

समय पर

कार्य पूर्ण करना

आगे बढ़ना ।

4.

शीतल जल

कलकल बहती

नदियाँ सारी ।

5.

रूप अनेक

आसमान में एक

चाँद को देखो ।

6.

सबसे प्यारा

लगे देश हमारा

आँखों का तारा ।

7.

मन में आस

सदैव ही रखना

लिए विश्वास ।

8.

निशा के बाद

आदित्य गगन में

प्रभा के साथ ।

9.

दिव्य किरणें

नयी उषा के साथ

नभ में आयीं ।

10.

नया सवेरा

सबके लिए लाया

हर्ष का घेरा ।

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□ इन्दु साहू

पुरी बगीचा, रायगढ़ (छत्तीसगढ़)

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