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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

डॉ. रामनिवास 'मानव' जी के हरियाणवी हाइकु

डॉ. रामनिवास 'मानव' जी द्वारा रचित हरियाणवी हाइकु


डॉ. रामनिवास 'मानव'


हरियाणवी हाइकु


1.

सूरज आग्गै 

अंधेरा का राकस 

डर कै भाग्गै ।


2.

खिलै जै फूल 

हंसै घर-आंगण 

महकै धूळ ।


3.

हार के जीत 

सभ खेल भाग का 

समझो रीत ।


4.

जीवण-खेत 

हुया इब उस्सर 

उड़ै सै रेत ।


5.

मन सै तोत्ता 

अर तन पिंजरा 

घुट कै रोत्ता ।


6.

किसी सै खैर 

बैरी हुया जमाना 

अपणा गैर ।


7.

सांप-सपेरा 

मिलैं कदे राह मैं 

जाळ-मछेरा ।


8.

काम जो लाग्या 

कदे ना कदे भाग 

उसका जाग्या ।


9.

सो टंच खरी 

लाग्गै अपणी भासा 

गुड़-मिसरी ।


10.

मिले सैं कांट्टे 

हमनै तो फेर बी 

फूल ए बांट्टे ।


~ डॉ. रामनिवास 'मानव'

571, सैक्टर-1, पार्ट-2

नारनौल-123001 (हरियाणा)

मोबाइल : 8053545632

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