हाइकु कवयित्री
सुलोचना सिंह
हाइकु
1.
संघर्ष यात्रा
चेहरे की झुर्रियाँ
मिला ईनाम ।
2.
जीवन यात्रा
वक्त की चाक पर
दिन व रात ।
3.
निशा की यात्रा
तारा मंडल साक्षी
इंदु के साथ ।
4.
सत्य की जीत
मनमोहन संग
धर्म की यात्रा ।
5.
तन का अंत
जीवन है अनंत
आत्मा की यात्रा ।
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□ सुलोचना सिंह
भिलाई, दुर्ग (छत्तीसगढ़)
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