हाइकु कवयित्री
ज्योतिर्मयी पंत
हाइकु
1.
मन कंगूरे
बैठे यादों के पाखी
फड़फड़ाते ।
2.
मन की खूँटी
टँगी रही स्मृतियाँ
खट्टी व मीठी ।
3.
चित्र मंजूषा
देख उमड़ती यादें
नई पुरानी ।
4.
मन सागर
छुपे रत्न यादों के
तट पे आएँ ।
5.
यादें अनूठी
भूले न बचपन
सदा जागृत ।
6.
देती हैं ऊर्जा
मायके की ही यादें
विदाई बाद ।
7.
रखें जो याद
बड़ों की सब सीख
हो कामयाब ।
8.
स्मृति के पल
हँसाते रुलाते भी
वक्त बिताते ।
9.
देती संबल
यादें माता पिता की
दूर या पास ।
10.
पुरानी यादें
बुजुर्गों का सहारा
एकाकीपन ।
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