हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

रविवार, 25 अगस्त 2019

~ • ~ हाइकुकार रामेश्वर बंग जी के हाइकु ~ • ~

हाइकुकार

रामेश्वर बंग 

हाइकु 


1.
कर्म के पथ
मन रख संयम
मिलेगा लक्ष्य ।

2.
हरे अँधेरा
जीवन में अपना
गीता का सार ।

3.
पथ के दीप
श्रम-कर्म से तप
होगे रोशन ।

4.
मन को जगा
सूरज बनकर
फैला प्रकाश ।

5.
नव प्रभात
मन भर उजास
मिले सुपथ ।

6.
गुलाब जैसा
निखर के बिखर
महके गंध ।

7.
हार न मान
कर्म करते चल
विजय रथ ।

8.
हर्षित मन
पथ रोशन कर
फैले प्रकाश ।

9.
काल भी हारे
कर्म के दीप जला
मन को जगा ।
~ • ~

□  रामेश्वर बंग

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH