हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

रविवार, 25 अगस्त 2019

हाइकुकार मनीष कुमार श्रीवास्तव जी के हाइकु


हाइकुकार

मनीष कुमार श्रीवास्तव 

हाइकु


झूले पे गोरी
अधरों पे कजरी
भूली-बिसरी ।

सावन झूले
रिमझिम फुहार
कभी न भूले ।

चौराहों पर
फेंक रहीं गुड़िया
बहन बेटी ।

होती गुड़िया
महकती गुझियां
पान का बीड़ा ।

मिट्टी के रंग
अखाड़ों की रौनक
दंगल कुश्ती ।

प्रसन्न पृथ्वी
मघा का आगमन
अमृत जल ।

हवा के झोंकें
घने काले बादल
डरते लोग ।

अँधेरी रात
कड़कती बिजली
सहमे लोग ।

तेज बारिश
बादलों की साजिश
जल प्रलय ।
~ • ~

□  मनीष कुमार श्रीवास्तव
रायबरेली (उत्तरप्रदेश)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH