हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

सोमवार, 26 अगस्त 2019

हाइकुकार डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय जी के हाइकु


हाइकुकार

डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय 

हाइकु 

1.
गर्भ में मरें
शैतानों से भी डरें
बेटियां जो हैं !

2.
मेघा गरजे
नृत्य करने लगा
मन मयूर ।

3.
ऋतु पावस
चटकती कलियां
सुप्त धरा की ।

4.
धरा मगन
दादुर मयूर का
मौन मुखर ।

5.
अतृप्त धरा
रिमझिम बूँदों से
लिपट सोई ।

6.
पड़ी फुहार
वसुधा के अधर
बोलने लगे ।

7.
बरसा पानी
ताल तलैयों पर
चढ़ी जवानी ।

8.
शुष्क वसुधा
निखरती पाकर
बूँदों का स्पर्श ।

9.
धरा भिगोते
अँखियों के सावन
बिन साजन ।

10.
स्मृति के गाँव 
चलकर पहुँचे 
चित्रों के पांव ।
~ • ~

□  डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय
1323/भूतल, सेक्टर-2, वेबसिटी 
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
पिन - 201002
ईमेल -kavidrrajeevpandey@gmail.com

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH