हाइकुकार
अंजनी कुमार शर्मा
हाइकु
1.
धूल में फूल
कहीं फूल में धूल
जीने का मूल ।
2.
सर्वत्र राम
फिर भी बदनाम
अक्षर धाम ।
3.
देवता से भी
बढ़ कर है गुरु
धरती पर ।
4.
लोगों का धन
पर नेता का मन
है प्रजातंत्र ।
5.
खिलता मन
देख अमलतास
स्वर्ग हो पास ।
6.
छेड़ने लगी
पछिया भी अलाप
भीषण ताप ।
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□ अंजनी कुमार शर्मा
सियाराम नगर, भागलपुर
पिन - 812001
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