हाइकु कवयित्री
क्रांति
हाइकु
1.
शुभ सवेरा
यात्रा करते पंछी
छोड़ बसेरा ।
2.
भोर सुहानी
पक्षी हमें सुनाते
मधुर गीत ।
3.
करें स्वागत
सूर्य की किरणों का
नन्ही तितली ।
4.
बाट जोहती
थकी हारी ममता
बेटा न आया ।
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□ क्रांति
सीतापुर, सरगुजा (छत्तीसगढ़)
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