हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

हाइकु कवयित्री डॉ. सुरंगमा यादव जी के हाइकु

हाइकु कवयित्री 

डॉ. सुरंगमा यादव 

हाइकु 


1.
डूबती कश्ती
नाविक मगरूर
किनारा दूर ।

2.
पेट की ज्वाला 
जल से न बुझती
माँगे निवाला ।

3.
जीवन नभ
कभी फैला प्रकाश 
कभी है तम ।

4.
वड़वानल
जलता अंतस्थल 
मानस सिन्धु ।

5.
कितने भ्रम
बिजूका बन खड़े
डरते हम ।

6.
ढूँढते पता
अपना कौन यहाँ 
जीवन बीता ।
~ • ~

□  सुरंगमा यादव

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH