हाइकुकार
डाॅ. सुशील शर्मा
हाइकु
नन्हा सा दीप
चारों तरफ फैला
घोर तमस ।
••
दीप मालाएँ
वृक्षों पर झूलतीं
हरी लताएँ ।
••
असंख्य दीप
जल में लहराते
तारों के बिम्ब ।
••
घर आँगन
गोवर्धन की पूजा
प्रकृति प्रेम ।
••
दीप उत्सव
झोपड़ी में लटका
एक कंदील ।
•••
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें