हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

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सोमवार, 9 दिसंबर 2019

~ हाइकु कवयित्री सुधा शर्मा जी के हाइकु ~

हाइकु कवयित्री 

सुधा शर्मा

हाइकु  

गाते  तराना 
धरा पर आते ही
नवल शिशु ।

सुनाती धरा
जीवन का संगीत 
वन विटप ।

चाँद सितारे
अपने अपने ढंग 
गुनगुनाते ।

सरि झरने
पर्वत छाती चीर
गाये तराना ।

वासंती गीत 
छेड़ती पुरवाई 
मधुर राग ।

जिंदगी वेणु
सुनाती प्रतिपल
सप्तम राग ।

सुख दुःख हैं 
तराने जीवन के
धूप छँइया ।

गाते चलना 
जीवन पथ पर 
नव तराने ।

कौन छेड़ता 
मधुरिम संगीत
फूटे तराना ।

वीणा वादिनी 
कंठ कंठ विराजे
सुर प्रवाह ।
--0--

□ सुधा शर्मा

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