हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शनिवार, 1 फ़रवरी 2020

~ हाइकु कवयित्री दीपाली ठाकुर जी के हाइकु ~

हाइकु कवयित्री 

दीपाली ठाकुर 


हाइकु 
--0--

दिग दिगन्त
है बगरा बसंत
शोभा अनन्त ।
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सरसों पीली
ओढ़े चुनर जैसे
भू नखरीली ।
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मादक गंध
बिखराये महुआ
छाये वसन्त ।
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बौराया आम
टेसू ने चुटकी ली
चटकी कली ।
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धरा गगन
सुरभित पवन
मस्त मदन ।
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□ दीपाली ठाकुर

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