हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

शुक्रवार, 19 जून 2020

हाइकुकार आरविलि आशेन्द्र लूका जी के हाइकु

हाइकुकार

आरविलि आशेन्द्र लूका 

हाइकु 
--0--

न बिखरना
ज़िंदगी को आज़मा
रख हौसला ।

दिल के रिश्ते
किस्मत से बनते
सम्भालें इसे ।

तकते नैन
विरह की अगन
आओ सजन ।

प्रेम गागरी
करुणा रस भरी
स्नेहिल मातृ ।

टूटे सपने
रूठे सब अपने
मनाऊं कैसे ?

प्रभु हमारा
दुःख भंजनहारा
तारणहारा ।

झांकता सूर्य
अलसाई सी धूप
मेघों के बीच ।

मां की ममता
गई है लाने दाना
चूज़ा है भूखा ।
---0---

□ आरविलि आशेन्द्र लूका
ओम नगर, जरहाभाटा बिलासपुर 
(छत्तीसगढ़)

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