हाइकुकार
पद्ममुख पंडा
हाइकु
1.
मन उदास
खोज में है खुशी की
नहीं है पास ।
2.
जठर अग्नि
शान्त हो सकती है
द्वेष की नहीं ।
3.
सब से प्रेम
सीख लो जो करना
बहे झरना ।
4.
जीवन लक्ष्य
किया है निर्धारित
डटे रहना ।
4.
संसार मंच
अभिनेता के लिए
झूठा प्रपंच ।
5.
चौराहे पर
खड़ी अर्थ व्यवस्था
राह पूछती ।
6.
अनायास ही
मिली जो सफलता
पचती नहीं ।
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