हाइकुकार
श्रवण चोरनेले "श्रवण"
हाइकु
1.
मानो ज़िंदगी
लिखो ढाई आखर
करो बंदगी ।
2.
खिलो तो फूल
महको तो चंदन
प्रेम का पूल ।
3.
राधा का प्यार
समंदर सपना
जीवन सार ।
4.
राम या श्याम
एक ही के दो नाम
करो प्रणाम ।
~ • ~
□ श्रवण चोरनेले 'श्रवण'
-- ★ --
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें