हाइकु कवयित्री
स्वाति गुप्ता "नीरव"
हाइकु
मां की रसोई
पाक में बरकत
कुटुंब तृप्त ।
माँ का वात्सल्य
सचमुच जन्नत
दूध की धारा ।
दूध की धारा ।
शिशु अघाय
सुखद अनुभूति
माता हर्षित ।
छोक में गीत
लगे गुनगुनाने
समुचा घर ।
माता का रूप
शक्ति और शीलता
प्रभु की देन ।
माँ से मायका
घर स्नेह से भरा
बेटी प्रसन्न ।
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□ स्वाति गुप्ता "नीरव"
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