हाइकुकार
हृषिकेश पटेल
हाइकु
1.
साँसों में खुश्बू
जैसे हो कोई जादू
दिल बेकाबू ।
2.
कली गुलाब
मदमस्त शबाब
है लाजवाब ।
3.
काँपते लब
चाहत की तलब
मिला दे रब ।
4.
भीगी चिंगारी
है हुस्न की पिटारी
इश्क़ से यारी ।
5.
रूत मस्तानी
अंगूरों का है पानी
गर्म जवानी ।
6.
घनेरी लटें
जंजीर सी जकड़ें
मौन आहटें ।
7.
प्रीत की रीत
न जाने हार-जीत
ओ मनमीत ।
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□ हृषिकेश पटेल
रिसोरा, जुनाडीह (छत्तीसगढ़)
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