हाइकु कवयित्री
इंदिरा किसलय
हाइकु
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1.
स्वप्न पाहुन
थोड़ी प्रतीक्षा करें
नैन हैं भरे ।
2.
कितनी सगी
पंखुड़ी पर ओस
जैसे जिन्दगी ।
3.
नदी की साँसें
कुंद करे शैवाल
हाल बेहाल ।
4.
नर्म गोधूलि
झोली में बाँधकर
सूर्य ले चली ।
5.
अनोखी कृति
वर्षा की हर बूँद
है गणपति ।
6.
हैरान रात
नभ के पारिजात
शाखों पे तारे ।
7.
मय संगीत
डायरी में बंद हैं
अनाड़ी गीत ।
8.
धूप चिड़िया
डर से अधमरी
साँझ शिकारी ।
9.
अम्माँ की लोरी
पलकों पर नींद
भीगे फाहे सी ।
10.
माटी का इत्र
कलम में उड़ेला
कृति सचित्र ।
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