हाइकु कवयित्री
डॉ. ममता सिंह
हाइकु
1.
दोस्तों का साथ
खुशी मिले या ग़म
छूटे न हाथ ।
2.
बिछड़े यार
फिर से मिले आज
लौटी बहार ।
3.
न अनुबंध
विश्वास पर टिका
मैत्री सम्बन्ध ।
4.
दोस्ती का हाथ
कभी मझधार में
छोड़ें न साथ ।
5.
ज़माना रूठे
सच्चे मित्र का साथ
कभी न छूटे ।
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