हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

गुरुवार, 1 अगस्त 2019

हाइकु कवयित्री अंशु विनोद गुप्ता जी के हाइकु


हाइकु कवयित्री

अंशु विनोद गुप्ता 


हाइकु

--0--


01.
विहँसे पद्म
निज पंकिलता में
ताल तलैया ।
02.
ताल न नीर
पावस में अधीर
दादुर पीर ।
03.
कुआँ मुंडेर
बातें न पनघट
बदला गाँव ।
04.
ताल तलैय्या
दरख़्त नहीँ छाँव
बदला गाँव ।
05.
जल अभाव
ताल सरिता टूटा
प्रणय भाव ।
06.
बदरी सूखी
मर गया सबकी
आँख का पानी ।
07.
पोखर पानी
बोल मेरी मछली
गाती न रानी ।
08.
प्लास्टिक कूड़ा
जलाशयों से पाते
भूख मिटाते ।
09.
कुआँ बीहड़
दादुर चुप सुनता
प्रतिध्वनियाँ ।
10.
मेघ न रोता
धरती पर सूखा
जीवन प्यासा ।
     ¤¤¤   

□ अंशु विनोद गुप्ता


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

MOST POPULAR POST IN MONTH