हाइकुकार
डॉ. सुशील शर्मा
हाइकु
हरी धरती
सफेद बादल में
चरता घोड़ा ।
चुगता चूजा
कंधे पे बस्ता टाँगे
स्कूल में बेटी ।
चन्द्र किरण
लेम्प पोस्ट के नीचे
सोता भिखारी ।
पीली पत्तियां
हवा में उड़ गईं
श्मशान अग्नि ।
तुलसीदल
बालक को चटाती
दवाई दादी ।
भानु ग्रहण
मंदिर द्वार पर
जलता दिया ।
कमल नाल
मछली को तकता
श्वेत बगुला ।
गन्ने का खेत
जलती पराली का
धुँआ गुबार ।
नदी पहाड़
झरता है झरना
गाँव किनारे ।
इमली वृक्ष
बच्चों के पत्थर से
उड़ते कौवे ।
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