हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

हाइकु कवयित्री रजनी गुप्ता "पूनम" जी के हाइकु

हाइकु कवयित्री 

रजनी गुप्ता "पूनम"


हाइकु
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उड़े विहग
गगन में स्वच्छंद
चुग्गा खोजते ।
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कातर पंछी
भेद गया शिकारी
आहत पंख ।
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चाँदनी रात
चकवा खग द्वय
प्रेम मगन ।
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आम बौराये
कोयल द्विज कूके
प्रफुल्ल मन ।
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सीमा से पार
नादान परिंदे ये
भेद न भाव ।
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सर्द मौसम
करता मजबूर
जगाता आस ।
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मौसम प्रिये
सरदी आगमन
रहतीं दूर ।
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खिला गुलाब
जीवन मकरंद
लगे गजब ।
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लाल कपोल
घुँघराली अलकें
चंचल बोल ।
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रक्त अधर
सरस रस मधु
नैनन वार ।
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□ रजनी गुप्ता "पूनम"

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