हाइकु कवयित्री
सुधा राठौर
संक्रांति पर्व के हाइकु
1.
मकर रेखा
छूने चला है रवि
है संक्रमण ।
••!!••
2.
रवि औ' शनि
होगा स्नेह मिलन
पिता-पुत्र हैं ।
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3.
दिशा बदली
उत्तरायण सूर्य
शुभ गोचर ।
••!!••
4.
सूर्य को अर्घ्य
पावन माघ स्नान
दान महात्म्य ।
••!!••
5.
तिल सा स्निग्ध
गुड़ सी हो मिठास
पर्व - संदेश ।
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6.
कर्म पतंग
बंधी हौसला डोर
छूना है नभ ।
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7.
नयी फसल
हर्षित हैं कृषक
धरा निहाल ।
••!!••
8.
शीत हवाएँ
हो रहीं पराभूत
सूर्य प्रखर
••!!••
9.
बढ़ने लगी
दिवस की अवधि
रतियाँ छोटी ।
••!!••
10.
उर्जा- संचार
जागी नवचेतना
हर्ष अपार ।
••!!••
सुधा राठौर
१५-१-२०२०
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